गगन घिरी घनघोर घटा श्वेता श्याम है जलद अटा राह तके हम सांझ सकारें बरसो जल्दी जलधर । गगन घिरी घनघोर घटा श्वेता श्याम है जलद अटा राह तके हम सांझ सकारें बरसो ...
नभ में आच्छादित, करे तो आल्हादित, नत अम्बर गर्वित, क्यों ले के आभा तेरी झूमे, आज तृण-तृण... नभ में आच्छादित, करे तो आल्हादित, नत अम्बर गर्वित, क्यों ले के आभा तेरी...
नभ में आच्छादित, करे तो आल्हादित, नत अम्बर गर्वित, क्यों ले के आभा तेरी झूमे, नभ में आच्छादित, करे तो आल्हादित, नत अम्बर गर्वित, क्यों ले के आभा तेरी...
बाबा तोहरे इंतजार में ना तू बाड़ बाबा बैजनाथ बाबा तोहरे इंतजार में ना तू बाड़ बाबा बैजनाथ
ऊंचे पहाड़ों के ठंडे दर्द अपनी पुकार से बांध लेते है ऊंचे पहाड़ों के ठंडे दर्द अपनी पुकार से बांध लेते है
"समीर" के झोंके के साथ आज आ जाना मेरे पास। "समीर" के झोंके के साथ आज आ जाना मेरे पास।